यारों के हम तो यार हैं
सारे अपने ही त्योहार हैं
यारों के हम तो यार हैं, सारे अपने ही त्योहार हैं
कभी सुनें हम अज़ान, कभी भजन गुनगुनाएँ
हिन्दू-मुस्लिम, हिन्दू-मुस्लिम
हिन्दू-मुस्लिम, हिन्दू-मुस्लिम, हिन्दू-मुस्लिम
हिन्दू-मुस्लिम भाई भाई, क्या बोलते मिया भाई?
हिन्दू-मुस्लिम भाई भाई, क्या बोलते बहन-भाई?
हिन्दू-मुस्लिम भाई भाई, क्या बोलते हिन्दू भाई?
हिन्दू-मुस्लिम भाई भाई, क्या बोलते नेता भाई?
अरे, जश्न का माहौल है, बजता नगाड़ा-ढोल है
ईद पे दीवाली वाला dance करेंगे
चल हाथ दे मेरे हाथ में, चलता जा मेरे साथ में
दुनिया को पीछे छोड़के हम आगे बढ़ेंगे
रमज़ान में है राम, दीवाली में है अली
रमज़ान में है राम, दीवाली में है अली
Message यही पहुँचाना है हमको गली-गली
हिन्दू-मुस्लिम, हिन्दू-मुस्लिम, हिन्दू-मुस्लिम
हिन्दू-मुस्लिम भाई भाई, क्या बोलते मिया भाई?
हिन्दू-मुस्लिम भाई भाई, क्या बोलते बहन-भाई?
हिन्दू-मुस्लिम भाई भाई, क्या बोलते हिन्दू भाई?
हिन्दू-मुस्लिम भाई भाई, क्या बोलते नेता भाई?
वो क्या है ना भाई फ़र्क़ सिर्फ़ “को” और “की” का है
भगवान को मानते, भगवान की नहीं मानते
अल्लाह को मानते, अल्लाह की नहीं मानते
जिनको मानना नहीं चाहिए भाई उनकी क्यूँ मानते हैं
I just don’t understand
प्यार से दुनिया जीतेंगे सारी, नफ़रतों से होती बीमारी
हाथों में हाथ मिलाकर देखो हम मिलके जीतेंगे दुनिया सारी
लड़ने का तुम्हें शौक़ है, चल लड़ते हैं बड़ी शान से
चल लड़ते हैं रोज़गार पे, चल लड़ते हैं कारोबार पे
चल लड़ते हैं तालीम पे
2020 में भी problem है रोटी, कपड़ा और मकान
सबको बराबर हक़ मिलेगा तभी बनेगा देश महान
रमज़ान में है राम, दीवाली में है अली
रमज़ान में है राम, दीवाली में है अली
Message यही पहुँचाना है हमको गली-गली
हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, सब अपने भाई भाई
हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, सब अपने भाई भाई
हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, सब अपने भाई भाई
“हिन्दू-मुस्लिम भाई भाई,” ये इच बोलती दुनिया भाई