जान-ए-तमन्ना, जान-ए-अदा तू है मेरी, पिया
सामने आए तो लगता है जैसे कि सपना मेरा
धड़कनों की तू इल्तिजाओं से मुझको मिला
क्या कहूँ कितनी तू दुआओं से मुझको मिला
जो भी कह ले ये तुझसे ज़माना भला
तू जान ले, इश्क़ मुर्शिद मेरा
जो तू कहे तो इश्क़ मुर्शिद मेरा
बहती लहरों की तरह मैं, तू किनारे की तरह
मेरे दिल के आसमाँ पे तू सितारे की तरह
पास आएगा, मेरी तक़दीर बन जाएगा
हो, मेहरबाँ होगा तो मोहब्बत से महकाएगा, हो-हो
धड़कनों की तू इल्तिजाओं से मुझको मिला
क्या कहूँ कितनी तू दुआओं से मुझको मिला
जो भी कह ले ये मुझसे ज़माना भला
तू जान ले, इश्क़ मुर्शिद मेरा
जो तू कहे तो इश्क़ मुर्शिद तेरा, हो
ये जो अपने दरमियाँ है, ना रहेगा फ़ासला
जैसे नज़रें मिल गईं तो दिल मिलाएगा ख़ुदा
ज़िंदगानी को तेरे मैं नाम कर जाऊँगा
एक दिन ऐसे ही जियूँगा या मर जाऊँगा, हो-हो
धड़कनों की तू इल्तिजाओं से मुझको मिला
क्या कहूँ कितनी तू दुआओं से मुझको मिला
जो भी कह ले ये मुझसे ज़माना भला
तू जान ले, इश्क़ मुर्शिद मेरा
जो तू कहे तो इश्क़ मुर्शिद मेरा