बाग़ को जन्म देने वाला बाग़बाँ
परिवार को जन्म देने वाला पिता
दोनों ही अपने ख़ून-पसीने से
अपणे पौधों को सींचते हैं
ना सिर्फ़ अपने पेड़ से
उसके साए से भी प्यार करते हैं
क्योंकि उसे उम्मीद है
एक रोज़ जब वो ज़िंदगी से थक जाएगा
यही साया उसके काम आएगा
ओ, धरती तरसे, अंबर बरसे
रुत आए, रुत जाए, हाय
हर मौसम की ख़ुशबू चुन के
बाग़बाँ बाग़ सजाए
बाग़ों के हर फूल को अपना समझे बाग़बाँ
बाग़ों के हर फूल को अपना समझे बाग़बाँ
हर घड़ी करे रखवाली
पत्ती-पत्ती, डाली-डाली सींचे बाग़बाँ
बाग़ों के हर फूल को अपना समझे बाग़बाँ
बाग़ों के हर फूल को अपना समझे बाग़बाँ
हर घड़ी करे रखवाली
पत्ती-पत्ती, डाली-डाली सींचे बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है बाग़बाँ
हो, मधुबन की बहार ले आए
मौसम रीते-रीते, हाय
मौसम रीते-रीते
जनम-जनम की तृष्णा बुझ गई
बिरहा के क्षण बीते, हाय
बिरहा के क्षण बीते
फिर से सजाए बिखरे अपने सपने बाग़बाँ
फिर से सजाए बिखरे अपने सपने बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है, रब है बाग़बाँ
हो, उँगली थाम के जिन बिरवों को हमने दिखाई राह
मात-पिता की उनके मन में तनिक नहीं परवाह
हो, अँसुवन-भर नैनों से इनको देखे बाग़बाँ
अँसुवन-भर नैनों से इनको देखे बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है बाग़बाँ
हो, किसने दुख की अग्नि डाली?
बंजर हो गए खेत
हरी-भरी जीवन-बगिया से
उड़ने लगी है रेत, हाय
“क्या बोया था, और क्या काटा?” सोचे बाग़बाँ
“क्या बोया था, और क्या काटा?” सोचे बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है, रब है बाग़बाँ
हो, यही सोच के साँसें लिख दीं इन फूलन के नाम
इनकी छैयाँ-छैयाँ बीते, उम्र की ढलती शाम
“गुंचे हरदम ही मुसकाएँ,” चाहे बाग़बाँ
“गुंचे हरदम ही मुसकाएँ,” चाहे बाग़बाँ
हर घड़ी करे रखवाली
पत्ती-पत्ती, डाली-डाली सींचे बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है, रब है, रब है
रब है, रब है बाग़बाँ
वो सूरज है लाई जिसने धूप आँगन-आँगन में
क्यूँ है अकेलेपन का अँधेरा आज उसी के दामन में?
“क्या चाहा था, और क्या पाया,” सोचे बाग़बाँ
“क्या चाहा था, और क्या पाया,” सोचे बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है बाग़बाँ
बाग़बाँ, रब है बाग़बाँ
बाग़बाँ, बाग़बाँ